सबद : हमारी साहित्यिक ई-पत्रिका

लवली गोस्वामी की तीन नई कविताएं
लवली गोस्वामी हिंदी की युवा कवयित्री हैं। बहुत कम और लंबे-लंबे अंतराल लेकर कविताएं लिखती हैं। इसीलिए उनका स्वर ‘अर्धविरामों में विश्राम’ से बना है। सबद पर उनकी कविताएं पहली बार शाया हो रही हैं। …

गीत चतुर्वेदी : नौ नई कविताएँ
गीत की नई कविताओं, ख़ास तौर पर माँ का सुमिरन करती कविताओं में, मृत्यु-मर्म कुछ अलग रोशनी में हमारे सामने खुलता है. यह केवल मनुष्य की अनुपस्थिति और हानि-बोध तक सीमित रहता, तो इसे पढ़ते हुए उदासी तारी रहती …

व्योमेश शुक्ल की नई कविता
(एक लम्बे अंतराल के बाद कवि – और अब रंगकर्मी भी – व्योमेश शुक्ल के यहाँ कविता-सम्भव हुई है। इसका आगमन वसंत में और रघुवीर सहाय की अविस्मरणीय पंक्ति के साथ हुआ है। व्योमेश जैसे कतिपय कवियों की कविता में समयांतराल …

अंबर रंजना पाण्डेय की चार नई कविताएं
मृत्यु का अनुवाद सम्भव नहीं वीणावादक की मृत्यु से अधिक संगीतमय थी मृत्यु अनुवादक की क्योंकि पड़ौस की एक जूनी बिल्डिंग में एक युवक इगोर स्ट्रविन्स्की का डी मेजर में वायलेन कॉन्सर्टॊ बजा रहा था। …